Baaljeevan Gutika(बालजीवन गुटिका)
बालजीवन गुटिका
मुख्य सामग्री तथा बनाने विधि : गोरोचन 3 माशा, एलुवा (मुसब्बर) 6 माशा, उसारे रेबन्द, केशर, कटरी छोटी, जीरा, यवक्षार, सत्यानाशी के बीज–प्रत्येक -१ तोला लेकर, महीन चूर्ण अदरक के रस में 5 घण्टे घोंट कर, मूँग के बराबर गोलियाँ बना, छाया में सुखाकर रख लें।
मात्रा और अनुपान : 1 गोली आवश्यकतानुसार शहद या माता के दूध के साथ दें।
गुण और उपयोग :
- यह बच्चों की पसली चलना (डब्बा रोग), कब्जियत, अफरा, श्वास, कास, पेशाब रुकना, आदि को दूर करती तथा बच्चे को हृ्ट-पष्ट बनाती हे।
- अक्सर बच्चों को कफ की वृद्धि के कारण कब्ज हो जाता है, जिससे बच्चे का पेट फूल जाता, दस्त नहीं होता, बच्चे अधिकतर रोते ही रहते, बच्चे का मुंह भरा हुआ-सा मालूम पड़ता, कफ-वृद्धि के कारण श्वास लेने में भी दिक्कत होती तथा नाक का श्वास बन्द हो जाने से मुंह से ही सांस लेना पड़ता है आदि उपद्रव होने पर यह बटी देने से प्रकुपित कफ शान्त हो जाता और दस्त खुलकर होने लगता तथा दस्त के साथ ही कफ भी निकल जाता है।