Vaat, Pitt and Kaph in Ayurveda

Vaat, Pitt and Kaph in Ayurveda

त्रिदोष- वात, पित्त और कफ वायुः पित्तं कफश्चेति त्रयो दोषाः समासतः ।। ६ ।। (अ.ह.सू. अ.1) संक्षेप में तीन दोष हैं-वायु, पित्त और कफ ॥६॥ वक्तव्य — दोष का अर्थ दूषित करने वाली वस्तु है। ये वायु-पित्त-कफ शरीर को दूषित करते हैं इसीलिये चरक में कहा है-‘वायुः पित्तं कफश्चोक्तः शारीरो दोषसंग्रहः’ ये ही दोष-हेतु-या कारण…