Lakshadi Guggulu
लाक्षादि गुग्गुलु
मुख्य सामग्री तथा बनाने विधि: लाख, अस्थिसंहार (हड़जोड़ लता विशेष), अर्जुन की छाल, असगंध और नागबलामूल- छाल–प्रत्येक का कपड़छन चूर्ण समान भाग और शुद्ध गुग्गुलु सबके बराबर लेकर उसमें अन्य औषधियों के चूर्ण मिला, अच्छी तरह कूटें। जब गोली बंनने योग्य हो जाय, तब 3-3 रत्ती की गोलियाँ बना, सुखा कर रख लें।
मात्रा और अनुपान: 2-4 गोली सुबह-शाम मधु के साथ दें।
गुण और उपयोग
- अस्थि (हड्डी) के विकारों के लिए यह बहुत उत्तम औषध है।
- शरीर के किसी भी भाग की (हड्डी) में चोट लग गयी हो, या दर्द होता हो अथवा हड्डी टूट गयी हो, तो उसमें यह बहुत फायदा करता है।
- उरःक्षत, हृदय रोग, धातुक्षीणता, वात-विकार इन रोगों में भी यह उत्तम लाभदायक है। |