Shantivardhak Churan

शान्तिवर्धक चूर्ण
गुण और उपयोग (Uses and Benifits )—
- यह चूर्ण स्वादिष्ट, दीपक, पाचक एवं उत्कृष्ट रुचिवर्द्धक है।
- इस चूर्ण के सेवन से मन्दग्नि, भूख न लगना, जी मिचलाना, अपचन, अफरा, अम्लपित्त और समस्त प्रकार के उदरशूल आदि विकार नष्ट होते हैं।
- स्वादिष्ट होने के कारण इस चूर्ण को बच्चे बड़े प्रेम से खाते हैं।
मात्रा और अनुपान (Dose and Anupan) —२-४ ग्राम तक, भोजन के बाद जल के साथ या चुटकी से थाड़ा-थोड़ा मुंह में डालकर खायें।
मुख्य सामग्री तथा बनाने विधि ( Main Ingredients and Method of Preparation); सोंठ, कालीमिर्च, पीपली, लॉग, बड़ा इलायची -प्रत्येक-१-१ तोला लेकर गैरिक (गेरू) ३ तोला, नौसादर ४ तोला, नींबू का सत्व १ तोला, चीनी ३ तोला, सूखा पुदीना १ तोला लेकर इन्हें एकत्र मिलाकर कूट-कपड़छन चूर्ण करके सुरक्षित रख लें।