Sarswat Churan

सारस्वत चूर्ण
गुण और उपयोग (Uses and Benifits )—
- उन्माद, अपस्मार, मस्तिष्क की कमजोरी, स्मरणशक्ति की हीनता आदि में इसका उपयोग किया जाता है।
मात्रा और अनुपान (Dose and Anupan) —: 2 से 4 माशे, सुबह-शाम घृत और शहद के साथ दें।
मुख्य सामग्री तथा बनाने विधि ( Main Ingredients and Method of Preparation); कूठ, सेंधा नमक, सफेद जीरा, काला जीरा, पीपल, पाठा,असगंध,सोंठ,अजमोद,शंखपुष्पी,मिर्च–प्रत्येक१-१तोला लेकर कूटछन चूर्ण करें। फिर इस चूर्ण के बराबर दूधिया बच का चूर्ण मिला, ब्राह्मी-रस की भावना देकर, छाया में सुखाकर रख लें। वक्तव्य ; प्रत्येक भावना में चूर्ण के कुल वजन से आधी ब्राह्ली लेकर अठगुने जल में क्वाथ कर अष्टमभाग जल शेष बचने पर छानकर चूर्ण में भावना दें। इस प्रकार 3 बार भावना दें।