Mustakarist

मुस्तकारिष्ट
गुण और उपयोग (Uses and Benefits) :
- इस अरिष्ट के उपयोग से जीर्ण और नवीन अतिसार तथा संग्रहणी रोग नष्ट होते हैं।
- इसके अतिरिक्त यह अजीर्ण, मन्दाग्नि, विसूचिका (हैजा) और उदर रोगों को नष्ट करता है और दस्त के पतलेपन को गाढ़ा कर देता तथा प्रकुपित उदरवात को शमन कर जठराग्नि को प्रदीप्त करता है।
मात्रा और अनुपान (Dose and Anupan) :- । तोला से 2 तोला तक, दोनों समय भोजन के बाद, बराबर जल मिलाकर दें।
मुख्य सामग्री तथा बनाने विधि ( Main Ingredients and Method of Preparation): – नागरमोथा 2 सेर को जौकुट करके 28 सेर जल में पकावें, 32 सेर पानी शेष रहने पर छान लें, पश्चात् उसमें गुड़ 8 सेर, धाय के फूल 4 सेर, अजवायन, सोंठ, कालीमिर्च, लौंग, मेथी, चित्रक-मूल की छाल, सफेद जीरा–प्रत्येक 10-10 तोला लेकर जौकुट कर मिलावें। फिर सबको घृतलिप्त पात्र में भरकर । मास तक सन्धान करें। एक मास पश्चात् तैयार हो जाने पर सुरक्षित रख लें। . भा. भै. र.