Chuara Pak

छुहारा पाक
गुण और उपयोग (Uses and Benefits) :-
- इसके सेवन से मनुष्य हृष्ट-पुष्ट होता है और रति-शक्ति बढ़ती है तथा स्वप्नदोषादि रोग नष्ट होते हैं।
- शुक्रक्षीणता के कारण पुरुष की तथा रजोदोष के कारण स्त्री की उत्पन्न हुई कमजोरी इसके सेवन से अवश्य दूर हो जाती है।
- स्वस्थ मनुष्यों के लिए भी यह उत्तम पौष्टिक का काम करता है।
- इसका सेवन शीत ऋतु में करने से विशेष लाभ होता है।
मात्रा और अनुपान (Dose and Anupan) :- 4 तोला से 2 तोला तक जल या गो-दुग्ध से।
मुख्य सामग्री तथा बनाने विधि ( Main Ingredients and Method of Preparation): – गुठली रहित छुहारा 80 तोला और पीपल 5 तोला लेकर दोनों को अलग-अलग सिल पर पीस लें, फिर इसे चौगुने दूध में पकावें, जब खोवा तैयार हो जाय, तो 40 तोला घृत मे भूनें, फिर सब औषधों से दूनी मिश्री या चीनी लेकर उसकी चाशनी बना, उसमें उक्त खोवा तथा दाख, दोनों मूसली, लौंग, जायफल, जावित्री, तेजपात, बला और केशर का महीन चूर्ण वंग, लौह तथा अभ्रक भस्म एवं. पिस्ता, बादाम, चिरौंजी, अखरोट की गिरी, गम्भारी के फल–प्रत्येक 2-2 तोला लेकर इनमें कूटने वाली दवाओं का कपड़छन चूर्ण बनाकर और शेष बादाम आदि के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर अवलेह में मिला कर पाक तैयार करे । भा. भै. र
वक्तव्य : इस योग में चीनी सभी के वजन से दुगुनी दी जाती है।