Brahmi Amla Tel

ब्राह्मी आँवला तैल
गुण और उपयोग (Uses and Benefits):
- यह तैल ब्राह्मी और आंवला के क्वाथ द्वारा निर्माण किया गया है।
- अतः यह ब्राह्मी तैल की अपेक्षा अधिक सौम्य, शीतलता प्रदान करने वाला और अधिक गुणकारी है।
- इस तैल का नित्य व्यवहार करने से यह बालों को झड़ने और सफेद होने से रोकता है एवं बालों की वृद्धि करता हेI
- मस्तिष्क को शीतल रखने एवं बुद्धि तथा स्मरण-शकिति बढ़ाने में अपूर्व गुणकारी है।
मुख्य सामग्री तथा बनाने विधि ( Main Ingredients and Method of Preparation): – ब्राह्मी पत्ती (हरिद्वार) 5 छटाँक 1 तोला और आँवला कली 5 छटाँक 1 तोला लेकर पृथक्-पृथक् 3 सेर 3 छटाँक जल डालकर अलग-अलग क्वाथ करें। चतुर्थांश जल शेष रहने पर आंवला क्वाथ को छानकर और ब्राह्मी क्वाथ को बिना छाने ही इन्हें तिल तेल 8 सेर 7 छटाँक में मन्द-मन्द आंच से पकावें और तैल का पाक सिद्ध होने पर उतार कर छान लें।
नोट: तैल का पाक करते समय इसमें ब्राह्मी क्वाथ का ही फोंक कल्क रूप में डालना चाहिए, आँवला क्वाथ का फोक नहीं डालना चाहिए, क्योंकि आँवला तैल का वर्ण काला हो जाता है।
उपरोक्त सिद्ध तैल 10 छटांक, तिल तेल 9 सेर 6 छटाँक, रूह आँवला ।/4 औंस, सुरंगी /4 औंस, चन्दन तैल /4 औंस, बेन्जिल एसिटेट 4 औंस, ग्रीन कलर (तैल में मिलाने का) बुसका 7/4 ड्राम लेकर इन सबको अच्छी प्रकार मिलाकर सुरक्षित रखें।